उप जिला अस्पताल अचलपुर मे उपचार मे लापरवाही से महिला की मौत पोलीस मे शिकायत दर्ज

अंजनगांव सुर्जी डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप्प माना जाता है जो मरीजो की जान बचाने अंत तक भरपूर प्रयास करते हैं परंतु अचलपूर के उपजिला अस्पताल में मरीजो की जान जोखीम में है यहा पर अनदेखी व लापरवाही कर मरीजो के जान के साथ खिलवाड जारी है जिसके कारण अंजनगाव सुर्जी तहसील के ग्राम कसने गव्हाण निवासी सुमैच्या बानी अब्दुल कलाम ३२ वर्ष की प्रसूती करते समय डॉक्टर द्वारा लापरवाही करने से मौत हो गई जिस से परिसर के लोगों में हंडकम मचा गया है उस अस्पताल में होने वाली लापरवाही की दहशत से उपचार के लिए लोग जाने से डार रहे हैकसबे गहाण निवासी सुमैय्या बानो अब्दुल कलाम नामक महिला को प्रसूती के लिए १८ फरवरी को उप जिला अस्पताल अचलपूर मे भरती किया गया जांच के पश्चात डॉक्टर मंगला राठी वसंबंधित स्टॉफ ने उस महिला का सिजेरियन ऑपरेशन कर प्रसूती की जिसमे महिला ने बेटे को जन्म दिया ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट के अंदर की नस कट गई जिससे महिला के पेट दर्द होने लगा जिसकी महिला व उस के परिजनों ने डॉक्टर व तैनात कर्मचारीयों को जानकारी दी जिस पर डॉक्टर ने कहा के ऐसा होते रहता है फिकर मत करो सब ठीक है परंतु दिन व दिन महिला की तबीयत खराब होती रही फिर भी उसे उपचार के लिए अमरावती रेफर करने के बजाए चार दिनों तक वही पर उपचार जारी रख कर समय बर्बाद किया दर्द से महिला तड़पती रही फिर भी उसे योग्य उपचार उपलब्ध नहीं कराया गया महिला की तबीयत अत्यंत नाजूक होने पर उसे २१ फरवरी को जिला अस्पताल अमरावती रेफर किया गया महिला की तबीयत चिंताजनक होने से वहा पर महिला को लगने पाली सुविधा को देखते हुए जिला अस्पताल के अधिकारीयों ने अच्छे अस्पताल में उपचार करने की सलहा दि जिस के पश्चात रेडियनट अस्पताल अमरावती में महिला को भरती किया गया डॉक्टर ने उसे खून चढाया परंतु खून महिला के शरीर में ना पचने से बहा के डॉक्टर ने जांच की जिसमे पता चला की महिला की प्रसूती करते समय पेट के अंदर की नस कटी हुई थी जिसके कारण अस्पताल में महिला का दोबारा ऑपरेशन कर जान बचाने का प्रयास किया परंतु दुसरे दिन महिला की मौत हो गई मौत का कारण उस अस्पताल के डॉक्टर से ने परिजनों ने पूछा तो उस डॉक्टर बताया की उप जिला अस्पताल अचलपूर में महिला की प्रसूती करते समय पेट में नस कटने से आंतरिक रक्त स्वोव अधिक होने से मौत का कारण बताया उपजिल्हा अस्पताल अचलपूर के महिला की प्रसूती करते समय डॉक्टर की लापरवाही से पेट के अंदर की कटी खून की नस जोडे बिना पेट को टाके मार दिया डॉक्टर मंगला राठी व संबंधित स्टॉफ एवं उपजिला शल्य चिकित्सक अधीक्षक द्वारा लापरवाही व अनदेखी से मौत होने का महिला के भाई निवासी ब्राह्मणवाडा थडी तालुका चांदूरबाजार ने आरोप लगाया है जिसकी ५ मार्च को अचलपूर पोलीस थाना मे शिकायत दर्ज की जिसको पोलीस ने जांच मे रखा है जांच के पश्चात कारवाई करने का आश्वासन पोलीस ने दिया है और इस मामले की मुख्यमंत्री व आरोग्य मंत्री एवं संबंधित अधिकारीयों से शिकायत कर डॉक्टर की डिग्री बरखास्त करने तथा डॉक्टर व संबंधित कर्मचारी व अधिकारीयों को सेवा से बरखास्त करने की शिकायत कर न्याय मांगा है.
अचलपूर का उप जिला अस्पताल लापरवाही का केंद्र बना है मरीजो के उपचार मे लापरवाही व अनदेखी की जाती है अस्पताल की व्यवस्था को दिमक लग गया है मरीजो को आवश्यक उपचार का अभाव है जिससे मरीजो व उन के परिजनो के सामने समस्या निर्माण होने से उन्हे कठीणाईयो से गुजरना पडता है इस से पूर्व भी ऐसे मामले अस्पताल मे हो चुके है परंतु गरीबी के कारण डॉक्टर की कोई शिकायात करने डरता है जिससे दिन ब दिन अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारीयो के हौसले बुलंद होते जा रहे है बावजूद इसके वरिष्ठ अधिकारी ध्यान नही देने से गरीब परिवार के महिलाओ की जान जोखीम मे डालकर मजबूरन उपचार करना पडता है यहा पर मरीज डॉक्टर के नही भगवान के भरोसे है यह राम जानता है.
उप जिला अस्पताल लापरवाही के लिए मशहूर अचलपूर उप जिला अस्पताल का निर्माण तत्कालीन विधायक और राज्य मंत्री वसुधा देशमुख के प्रवासी से विश्व बैंक द्वारा 30 करोड़ रु. मंजूर करने के बाद हुआ था पिछले 20-22. वर्षों से यह सरकारी अस्पताल सफेद हाथी बना हुआ है इस अस्पताल की व्यवस्था की हमेश चर्मराही रहती है। अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाप की कमी है। ज्यादातर मरीजों को अमरावती रेफर कर दिया जाता है। डॉक्टरों से ज्याद मरिज़ो का इलाज समाज सेवक स्वाध्य शिविर के माध्यम से कर रहे है इस अस्पताल में लापरवाही का यह एक अकेला मामला नही हैं इसके पहले भी लोगों की समस्या सामने आई है।